इश्क़ में फ़ना हूँ उसके, औऱ उसे ही नहीं मालूम, इश्क़ में फ़ना हूँ उसके, औऱ उसे ही नहीं मालूम,
इश्क था, जुनून था, मेरा वो यकीन था, जिस्म से रूह तक, मुझमें ही विलीन था। इश्क था, जुनून था, मेरा वो यकीन था, जिस्म से रूह तक, मुझमें ही विलीन था।
वो अजनबी होकर कुछ कह सा गया दिल का दरिया बह ही गया। वो अजनबी होकर कुछ कह सा गया दिल का दरिया बह ही गया।
रस्म-ए-आशिकी निभाई उसके इंतज़ार में, बहुत वक्त लगा एक नई सुबह आने में। रस्म-ए-आशिकी निभाई उसके इंतज़ार में, बहुत वक्त लगा एक नई सुबह आने में।
रोक दूँगा ख़ुद को सारे ज़माने से कर फ़ैसला मंज़िल वही बनाने को। रोक दूँगा ख़ुद को सारे ज़माने से कर फ़ैसला मंज़िल वही बनाने को।
हकीकत में इन अश्कों ने हमें सम्भाले रखा है। हकीकत में इन अश्कों ने हमें सम्भाले रखा है।